Report - RANJAY KUMAR
वाराणसी
। आज पुरे देश में राम नवमी का महा पर्व मनाया जा रहा है । धार्मिक नगरी
काशी में मुस्लिम लड़की नाजनीन अंसारी ने साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिशाल
पेश करते हुए देश का पहला उर्दू राम नाम बैंक अपने घर पर खोला । इस बैंक
की खाशियत है कि यहा राम के नाम का कर्ज और लोन दोनों उर्दू में दिया
जायेगा । नाजनीन अंसारी द्वारा बनाये गये उर्दू राम बैंक में राम का नाम
केवल उर्दू में ही जमा होगा ।
नाजनीन अंसारी ने बताया कि देश में लोगों को मजहब के
नाम पर बाटा जा रहा है । हिंदू भाइयों और मुस्लिम भाइयों को जोड़ने की एक
अनूठी पहल की गयी है । नाजनीन अंसारी ने बताया कि आज राम नवमी का पर्व है
हम सभी मुस्लिम और हिंदू बहनों ने एक साथ मिलकर पहले उर्दू में लिखे हनुमान
चालीसे को पढ़ा फिर भगवान राम की आरती की फिर 11 राम के नाम को जमा कर बैक
की शुरुआत की । नाजनी खुद उर्दू राम बैंक की महाप्रबंधक है और रियाजुद्दीन
पहले खाता धारक बने । प्रबंधक नजमा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में इस साल
कई दंगे हो चुके है । दुःख की इस घड़ी में लोगों को राम नाम के साथ शांति का
कर्ज दिया जायेगा । लोग अपने मिन्नतों के हिसाब से उर्दू में लिखा हुआ राम
का नाम यहा दस बजे से पांच बजे के भीतर जमा कर सकेंगे ।
हर श्रद्धालु को पहले एक फार्म दिया जायेगा
जिसपर उसका पूरा एड्रेस लिखा रहेगा । राम नाम के लोन भरने की एक तय सीमा
होगी । साथ ही में ब्याज की भी उचित व्यवस्था की गयी है । बीएचयू संगीत
विभाग के प्रो विजय कपूर ने बताया कि देश में इस तरीके की सौहार्द की जरुरत
है । हिंदू भी अगर उर्दू सीखना चाहे तो वो राम का नाम उर्दू में लिख जमा
कर सकता है ।
नाजनीन ने बताया कि विरोध के बाद भी इस बैंक को खोल
गया है ताकि जो लोग हिंदू और मुस्लिम को अलग समझते है उनकों मुंह तोड़ जबाब
मिल सके । राम के नाम का उर्दू बैंक पुरे विश्व के लिये एक पैगाम है ।
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