सतगुरुधाम। जौनपुर। भाजपा राम के नाम का गलत उपयोग कर ही है। जब चुनाव आता है,तब उसे राम याद आते है।राम सबके है। सिर्फ उसी के नहीं ।राम शब्द का नाम चुनाव मे वोट के लिए करना सरासर अनुचित है।मेरा मानना है। राम मन्दिर बनायेगे।यह क्या बनायेगे मन्दिर यह सिर्फ इनका ख्याली पोलाव है।इनके पास सिर्फ मोदी और राम है। मोदी जी ने
देश के लिए काम किया। ईमानदारी की बात करना।सबके इमान को पक्का करना है। देश बदल रहा है।यह सदा सत्य है।बात करिये जिन्दाराम की। मन्दिर किसने बनाए,मसजिद किसने बनाऐ,चर्च और गुरूद्वारा किसने बनाया इन्सान ने बनाया। हस कौन रहा है। बोल कौन रहा है। मनुष्य
धरती का अनमोल हीरा है। राम की धुन लग गयी। आत्मा परमात्मा से जुड गयी। खेल जिन्दाराम का हो गया। देश नेता चला रहे।नेता तपस्यवी होता है। कल्याण की सोचते है। विरला कोई नेता है।जो उसका जलवा है।यश कीर्ति की प्राप्ति है।बस उतना ही जितना उसका पुण्य है।महापुरषो के सम्मान व आदर्श को आत्मसात किया जाय तो ठीक है। आदर्श सोच न हिन्दू है,न मुसलमान है। वह महज एक पवित्र सोच है। राम काग्रेस भाजपा सपा बसपा व संसार के जितने भी दल है।सबके है।तूझमे राम मुझमे राम,सबमे राम समाया कर लो प्रेम जगत से यारी कोई नहीं पराया। भाजपा राम का चक्कर छोडे।राम कृष्ण एक ही तत्व है। राम को दिल से याद करे तो उसका कल्याण संभव है। राममन्दिर को चुनावी मुद्दा बनाने वाली भाजपा अपने घट के अन्दर झाके पवित्रता होगी तो राम की अनूभूति होगी। सीताराम,जय जिन्दाराम हर हर महादेव। दास जगदीश सतगुरूधाम वर्राह इटाए मडियाहू जौनपुर।
Monday, 6 February 2017
बहुत हो गया,राम को बदनाम न करे भाजपा
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