दिल्ली।योगी आदित्य नाथ साधुआना अन्दाज के है। उनकी मरजी ईश्वरीय कृपा से प्रेरित है।यू पी की जनता मे उनको लेकर चाह है।एक बहुत ही महान गुरू गद्दी परआसीन योगी जी आभा मंडल पर कमन्डल व त्रिशूल लिए शिव रुप मे सुशोभित है। आन्नद स्वरूप है। मुख्यमंत्री बनने की प्रबल इच्छा है।साधु सन्त भी उनकी मनोकामना पूर्ण हो हवनशुरू कर दिए है।आगे हरि की इच्छा है।इसके बाद अमितशाह है।फिर मोदी जी। इधर केशव जी है। मुख्यमंत्री की दौड मे है।और कई है। योगी जी सबकी बेहद पंसद है। लेकिन भाजपा कितनी निगाह कर पाती है। उसकी अपनी समझ है। जे डी सिंह
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment