सतगुरु धाम।जौनपुर।सत्य ईश्वर है।जगत मिथ्या है।न जाने कब बुलावा राम का आ जाय।शरीर छोड जाना पड जाय।मृत्यु सत्य है। लोग जीना चाहते है।झूठ के चक्कर मे सारा समाज उलझा है।झूठी शान है।सज धज के मौत की जिस दिन शहजादी आयेगी।न सोना काम आयेगा न चाँदी आयेगी। सत्य पथ पर चलना ही ईश्वर प्रेम है। तरह तरह के पापो से समाज बूचड़खाना हो गया है।स्वच्छता जरूरी है।समय समय का फेर है,इसी का नाम अजमेर है।ईश्वरवाद का दौर चल रहा है।मन भी बुचडखाना है।जिसमे गन्दगी भरी हुई है। राम नाम साबुन से यह साफ हो रहा है।वक्त लगेगा।जब जब होई धरम कै हानि बाढय असुर महाअभिमानी। तब तब प्रभु धरि मनुज शरीरा। हरहु ताप भव सज्जन पीरा। राजा राम चन्द की जय। पवन सुत हनुमान की जय।समय होत बलबान। राजाराम के लीला के स्वरूप मे देश मे मोदी और प्रदेश मे योगी मानव हित के लिए काम कर रहे है। राम का प्रताप इन पर दिख रहा है।समयऔर जनादेश पक्ष मे है।विपक्ष एकदम कमजोर है।अयोध्या मे राम लला का भब्य मन्दिर बन सकता है।संभावना को बल मिल रहा है।समय राम का है।बाबा राम देव राम राज्य आ गया है।ऐसा बोले।इन्सान समय और प्रकृति के साथ चलने की कोशिश करे।जीवन को उलझन न बनाए,बल्कि आन्नद बनाए है।सत्य बोलना और ईश्वर को याद करना कठिन है।शैतानी ताकते रुकावट है।मनुष्य मे दानव और मानव आपस मे जूझ रहे है।आसुरी शक्ति हाबी थी ।अब तेजी से कमजोर हो रही है।काश् सत्य बोलने का प्रचलन बढ जाता।दास जगदीश सतगुरू धाम बर्राह इटाए,मडियाहू जौनपुर
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment