जौनपुर। भारत देश मे वीर पुरुषों का आदर से नाम लिया जाता है और उनका सम्मान किया जाता है। साहस है तो व्यक्ति ऐसा कारनामा कर जाता है कि लोग दातो तले अगुली दबाने को विवश हो जाते है।चर्चा कर रहे है ऐसे युवक की जिसके अदम्य साहस से बदमाश वैक तो नहीं लूट पाये लेकिन खुद की जान बचाने के लिये उसे गोली मार दिये। बुद्धवार सोलह अगस्त सूरज सिंह उर्फ़ चन्दन सिंह पुत्र धीरेन्द्र प्रताप ग्राम वर्राह उम्र चौवीस वर्ष रोज की भाँति घर से निकले और मडियाहू कोतवाली के शीतलगज मे स्थित काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैक मे डियूटी करने पहुचे। सुबह साढ़े दस बजे के आस पास बैक परिसर मे बदमाश आ धमके और बोले पैसा निकालना है। सूरज सिंह ने कहाँ पासबुक है। दिखाईये। कैशियर सुनील सिंह और बैक के प्रवन्धक ओम जी गुप्ता भी बैक के कामकाज की शुरुआत की तैयारी कर रहे थे। इस बीच बदमाशो ने असलहे तान लिये और कैश की माँग करने लगे। सूरज ने जान की परवाह न की और एक बदमाश को पकड लिया तो दूसरे वदमाश ने उसके पेट मे गोली मार दी। इसके बाद सूरज असहाय हो गया और बदमाश भागने मे सफल रहे। घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुँची और सबसे पहले सूरज के उपचार की व्यवस्था की। जिला अस्पताल ले जाया गया। जहाँ प्रारंभिक उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिये वाराणसी भेजा गया।गुरुवार की शाम मे ट्रामा सेन्टर एवं सुपर स्पेशिएलिटी चिकित्सालय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के डाक्टर एस. के भारती ने आपरेशन कर पेट के नीचे फसी गोली को निकाला। अब सूरज का स्वास्थ्य ठीक है। आपरेशन से पूर्व बातचीत के दौरान सूरज घटना का जिक्र करते हुये बता रहे थे कि वदमाश से गुथम- गुथ्था के बीच और लोग आ गये होते तो बदमाश पकड़ मे आ जाते। जब उनसे पूछा गया कि जान की बाजी क्यों लगा दिये तो उन्होनें कहाँ कि मै बैक को लूटने नहीं देना चाहता था।इसलिए जान की बाजी लगा दी। कहाँ कि मुझे मलाल है कि बदमाशो को पकड़ नहीं सका।इस बीच सुभाष चन्द्र तिवारी आल इंडिया ग्रामीण बैक आफिसर ऐसोसिऐशन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने बातचीत के दौरान कहाँ कि सूरज के वीरता को नमन है। घटना को रोका और सारा संकट अपने उपर ले लिया। इस प्रशंसनीय कार्य के लिये संकट की घड़ी मे बैक परिवार शीघ्र ही स्वस्थ होने की कामना करता है और हर संभव सहयोग के लिये तत्पर है। उन्होनें कहाँ कि ऐसोशिऐसन सूरज को बहादुरी के लिये सम्मानित करेगा और उनको रेगुलर करने के लिये बैक के उच्चाधिकारियो और भारत सरकार को पत्र लिखेगा। इसी क्रम मे अमीर अहमद ,शतीश चन्द्र ,बालरुप यादव संजय कुमार गौड,भोला प्रसाद चैयरमैन,एस के वैश्य महाप्रबंधक ने सूरज को देखने ट्रामा सेन्टर पहुचे और कुशलक्षेम जाना। शीतलगंज के बैक मैनेजर ओम जी गुप्ता घटना के दिन से ही सूरज के साथ है।मडियाहू कोतवाली के सिपाही अभय कुमार सिंह ट्रामा सेन्टर के पीला क्षेत्र मे सूरज के देखभाल के लिये तैनात है। सूरज बैक मे डेढ़ वर्ष से सेवारत है।कान्ट्रेक्ट सफाई कर्मचारी है। मडियाहू कोतवाल नरेन्द्र कुमार सिंह पल पल की जानकारी दूरभाष से ले रहे है। जितना ही सूरज के बहादुरी की चर्चा हो रही।उतना ही बैक अधिकारीओ के शराफत की चर्चा है। सूरज की बहादुरी से और युवाओ को सीख लेना चाहिये अपराध रोकना हर व्यक्ति का नैतिक दायित्व बनता है। दरअसल सूरज भाजपा के वरिष्ठ नेता लुटुर सिंह का भतीजा है।इसलिए भाजपा नेता भी ट्रामा सेन्टर देखने पहुंच रहे है और उसके बहादुरी की प्रशंसा कर रहे है। पुलिस सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस घटना के खुलासे के लिये सक्रिय है। जगह-जगह दबिश दे रही है।कुछ लोगो को उठाकर पूछताछ कर रही है। जल्द ही घटना का खुलासा होगा और सूरज को गोली मारने वाले वदमाश पुलिस के गिरफ्त मे होगे। वर्राह गांव मे सूरज की बहादुरी की चर्चा है। लोग देखने के लिये बनारस पहुंच रहे है। रामनगर के ब्लाक प्रमुख अरविन्द सिंह सूरज को देखने ट्रामा सेन्टर पहुंचे और बहादुरी की प्रशंसा की। जे डी सिंह सतगुरुधाम वर्राह मडियाहू जौनपुर।
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