जौनपुर। निकाय चुनाव नजदीक हैं।राजनैतिक दल अपनी अपनी हुकुमत की सरकार बनाने के तिकडम मे माथा पच्ची कर रही है।यहा नगरपालिका परिषद का 2९ नवम्बर को मतदान हैं। भाजपा, काग्रेंस, सपा, बसपा सहित अन्य दल व निर्दल प्रत्याशी मन मे जीत का उल्लास लिये ,मतदाताओं से हाथ जोड रहे हैं।पैर पड रहे हैं। वोट के लिए।भाजपा से चेयरमैन पद के लिए किरन श्रीवास्तव चुनाव लड रहीं हैं।भाजपा चुनाव जीतने के लिए परिश्रम कर रहीं हैं।भाजपा को डर हैं कहीं मौर्या मतदाता व क्षत्रिय मतदाता सपा और काग्रेंस की ओर कुछ बट न जाय। सपा से पूनम मौर्य चुनाव लड रहीं हैं।काग्रेंस से चित्रलेखा सिंह चुनाव लड रहीं हैं। सपा का परम्परागत वोट बरकरार रहां तो पूनम मजबूत स्थिति मे रहेगी। वोट बटा तो चित्रलेखा मजबूत होगीं।भाजपा -बसपा के टक्कर मे भाजपा की परम्परागत वोट पड गया तो बात बन जायेगी। दिनेश टन्डन राजनीति के खिलाडी माने जाते हैं।बैटिंग भी कर लेते हैं।फिल्डिंग भी कर लेते हैं।नगरपालिका परिषद की कुर्सी पर अरसे से आसीन होते आ रहे है। इस बार बसपा से उनकी पत्नी माया टन्डन चुनाव लड रहीं हैं। पाला पडा हैं किरन श्रीवास्तव से जो भाजपा की मजबूत और लोकप्रिय प्रत्याशी हैं। सह मात के खेल मे किसका पलडा भारी होगा वक्त के लिये छोड देते हैं। ऐसे चुनाव मे कुछ ऐसे भी मतदाता होते हैं जिसका माहौल अच्छा होता हैं उसकी तरफ घूम जाते हैं। भाजपा को रोकने के लिए अधिकान्शतः मुसलमान सपा, बसपा ,काग्रेंस मे जिसे.भी जीतने की स्थिति मे देखेगे उधर जा सकते हैं।जे डी सिह
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