मुंबई। भारत देश मे धार्मिक कट्टरता चरम पर है। जो देश के विनाश का कारण बन सकता है। धर्म को विवादित बना दिया गया है। इसके लिए राजनैतिक पार्टियां जिम्देदार है। सत्ता की भूख है।रास्ता कोई ढूंढ सकते है। मतो के ध्रुवीकरण के लिए राजनीति करने वाले लोग सक्रिय है।हिन्दुस्तान मे हिन्दू, मुस्लिम का सदियों पुराना मनमुटाव है। मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाया गया तो मस्जिद तोडकर मंदिर बनाया।ऐसा होता आ रहा है। बीच मे राम जी फस गये है। अयोध्या मे राम मंदिर बनना चाहिए। ऐसी हिन्दू, मुस्लिम दोनों की अवधारणा बननी चाहिए।धर्म सभी एक है। एक ईश्वर है।अल्लाह भी वहीं है। विचार करें श्ववासों के बीच का खेल क्या है। संसार की गति को समझे।सबको अपन्तव का भाव दे। कितना महान भूमि है भारत । जिसमें सभी धर्मों का आदर है।मंदिर है, मस्जिद है, चर्च है, गुरुद्वारा है। मान्यता है। शीश सदैव झुक रहे है। प्रेम के सागर करुणा निधि भगवान राम सबके है। सभी धर्म कहते है,किसी से नफरत करना पाप है। जीवों पर रहम करों। किसी के दिल को न दुखाओ।जर्रे जर्रे मे खुदा का नूर झलक रहा है वहीं तो राम हैं।राम श्ववास है।आस है।विश्वास है।सबके दिलों का दास है।खुदा को दीनता पंसद है।वह नेकी चाहता है। अयोध्या मे राम मंदिर और मस्जिद बने जो दुनिया के लिए एक मिशाल बने। अब भारत देश के सभी लोगों को चाहिए कि विश्व मे एक धार्मिक मिशाल पेश करने की कोशिश करे।अयोध्या मंदिर , मस्जिद बनने की पहल करें। देश मे समता का माहौल बनाकर इस पुण्य कार्य के लिए माहौल बनाये। बिबाद बहुत पुराना है। हम धर्म को नहीं जानते न ही धर्म जैसे आचरण करते है। सबके जीवन का अपना-अपना धर्म है।मर्यादा है। पूजा-पाठ,ध्यान, साधना है। सबकी अपनी-अपनी दिनचर्या है। सभी ईश्वर, अल्लाह को ही भज रहे है। उसकी बानी बोल रहे है। असुर कुबानी बोलकर अराजकता उत्पन्न कर रहे है। जीवन का शूकून छीन रहे है। शांति जीवन मे खलल डाल रहे है। भाजपा राम के पीछे पडी़ है।हर वक्त जय श्रीराम का नारा लगा रहीं है। मंदिर बने ऐसा अर्से से कहती आ रही है।लेकिन राम को याद वहीं कर भी रहीं हैं।ऐसा लगता है भाजपा हिन्दुत्व को जगाये रखने के लिए राम से प्रेम कर रही है। अयोध्या मे राम तम्बू मे है। जहां उनका राजपाठ चलता था। उनकी मर्यादा को सभी नमन करते थे। अयोध्या मे रामंदिर विवाद उच्चतम न्यायालय मे विचाराधीन है। एक से एक महारथी इस विवाद को सुलझाने मे लगे है।लेकिन अभी तक कोइ निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। उत्तर प्रदेश की पावन भूमि अयोध्या मे राममंदिर बने, इस पर सबको विचार करने की जरुरत है।जेडीसिंह संपादक सतगुरु दर्पण, सतगुरु धाम
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