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Saturday, 11 February 2017

मल्हनी विधान सभा चुनाव, जीत के दावो का न जाने क्या, सच होगा

जौनपुर। मल्हनी विधान सभा चुनाव मे एक से बढकर एक माई के लाल चुनाव मैदान मे है।बारीक से बारीक दिमाग लगाकर एक दूसरे को पटखनी देने की जोरआजमाईश चल रही है।मतदाताओ से मिलने जुलने का सिलसिला बढ गया है।
प्रत्याशी अपनी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए मतदाताओ के यहाँ वहराम कर रहे है। मुकदर मे जिसके लिखा होगा।वह विधायक होगा। राजनीति मे कब पासा पलट जाय कुछ कहाँ नहीं जा सकता। भाजपा प्रत्याशी शतीश सिंह पूरी ताकत लगा दिये है,चुनाव को अपने पक्ष मे करने के लिए। समीकरण धन्जय सिंह का भी  कमजोर नहीं है।उनकी लीला भी  अपरम्पार है।पारस नाथ की तो बात ही निराली है। चुनावी समीकरण बनाने के माहिर है। क्या गुल खिलादेगे कहां नहीं जा सकता।सपा के नेता कार्यकर्ता दम खम के साथ अपने प्रत्याशी की मुराद पूरा करवाने मे जुटे है।बसपा के विवेक यादव को किसी से कमज़ोर आँकना बेमानी होगी ।यह युवा नेता भी  मैदान मारने की जबरदस्त कोशिश मे लगा है।यादवो,क्षत्रियो के इस राजनैतिक महायुद्ध मे समीकरण किसके पाले मे जायेगा। थोडे वक्त का इन्तजार करना पडेगा।भाजपा ने क्षत्रिय प्रत्याशी बनाया है। जबकि एक क्षत्रिय और मैदान मे है।दूसरी तरफ सपा,बसपा ने यादव प्रत्याशी मैदान मे उतारा है। ऐसे मे वोटो का तेजी से ध्रुवीकरण हो सकता है। अपने अपने को सब धुरन्धर खिलाड़ी है।
सपा बसपा के परम्परागत वोटो मे बिखराव नहीं है।उनकी पार्टी मे निष्ठा है।भाजपा के भी  वोटर एकजुट हो गये तो लड़ाई दमदार हो जायेगी। अगर कुछ मोह माया इधर उधर हुआ तो इतिहास कुछ और होगा।हालाँकि अभी  सभी चुनाव जीत रहे है। सबके समर्थक से अगर पूछा  जाय तो सब अपने अपने समीकरण के तहत अपनी जीत मान रहे है। दास जगदीश सम्पादक सतगुरू दर्पण

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