जौनपुर।राम की नगरी उजड गयी है। पावर विराजमान है। तमाम झंझावतो के बाद राम मे भक्त की आस्था बनी है।प्रभु राम का प्रताप है। आक्रमणकारियो के दमनकारी नीति से राम भक्त सदैव लोहा लेते आ रहे है।
अयोध्या प्रभु राम की जन्म नगरी है।देश विदेश मे रामभक्तो का क्या पूछना है।हर कोई राम राम राम राम राम। कह रहा है। राम तो कण कण मे है। विश्लेशण कर राम को जाना जा सकता है।राम प्रकृति है। जहाँ जाइयेगा।राम को पाईएगा।अब तो योगी और मोदी की वजह से जय श्रीराम के नारे लग रहे है। जिसकी गूँज रामलला तक पहुंच रही है।दर्शन करने रविवार ओनईश मार्च अयोध्या पहुँचा। सरयू नदी मे आचमनी किया।हनुमान गढी मे श्रद्धानवत हो हनुमत जी को प्रणाम किया। साध संगत के साथ रामलला के दर्शन के लिए यात्रा चल पडी तमाम रोक टोक छान बीन के बाद बहुत दूर से रामलला को प्रणाम करने का अवसर मिला। अयोध्या मे सुरक्षा के कडे इन्तजाम किए गये है।स्वच्छ भारत की सोच यहां विकसित नहीं है।कुरा करकट कचरा जगह जगह अपना स्थान बनाए हुए है।मन्दिरो मे वह उल्लास नहीं है।जो होना चाहिए।रामलला के दर्शन की भीड है।जे डी सिंह
Monday, 20 March 2017
रामलला का दर्शन,परेशानियाँ
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