Social Icons

Monday, 1 May 2017

कब बनेगा अयोध्या मे राम मन्दिर

सतगुरुधाम।जौनपुर। अयोध्या मे श्री  रामचन्द्र भगवान का मन्दिर कब तक बनेगा ऐसा लोगो के जेहन मे सवाल उठने लगा है।कोई ठोस पहल नहीं हो रहा है कि मन्दिर -मस्जिद विवाद हिन्दू व मुस्लिम आपस मे मिल बैठकर निपटा ले।क्या राम मन्दिर विवादित ही रहेगा या पहल होकर मामला सुलटेगा।जबकि उच्चतम न्यायालय ने मन्दिर   व मस्जिद विवाद का हल आपसी बातचीत के जरिये निकालने की बात कही है।       जरूरत पडी तो न्यायालय मध्यस्थता के लिए तैयार है। इतिहासकार व शोधारथी यह बखूबी बता रहे है कि अयोध्या मे राम का जन्म हुआ है। यह भी  विश्व विदित है कि मुगल शासको ने राममन्दिर पर अनेकों बार आक्रमण किये और हिन्दूओ की आस्था को ठेस पहुचाने का काम किये,लेकिन राम मे आस्था रखने वाले भक्तो ने मुसलमान शासको से जमकर लोहा लिया और रामलला की पवित्रता और मर्यादा को बचाये रंखा। आज करोडो राम भक्त चाहते है भगवान राम का मन्दिर बने।       मस्जिद भी  बने क्योंकि राम और अल्लाह दोनो एक है।     मस्जिद भी  ऐसी जगह बने की हमेशा-हमेशा के लिए कोई विवाद न रह जाय। जल,वायु,आकाश,धरती सबको एक भाव मे समेटे हुए है।     अयोध्या विवाद निपटना चाहिए। जो स्थानीय लोग इसमें मुख्य रूप से सम्मिलित है।उन्हें मजबूती से पहल करना चाहिए साथ ही मन्दिर मस्जिद विवाद निपटे इसके लिए भारत देश का हर नागरिक जात-धर्म ,मजहब से उपर  उठकर सोचे और हल निकाले। भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ यह मसला कैसे हल हो इस पर चिन्तन करे ।  देशभर के मुसलिम और हिन्दू धर्म गुरुओ से इस मसले पर उनकी राय लिया जाय और उनसे मन्दिर व मस्जिद मसले को निपटाने  मे सहयोग की अपील किया जाय। सबका साथ सबका विकास का भाजपा की सोच बहुत ही उन्दा है।राम सबके है और सब राम के है।इसलिए राम मरयादित है। पहले के मुगल शासक बहुतो मन्दिरो को तोडकर मस्जिद बनाने का काम किये है। किसी भी  धर्म व संस्कृति को मिटाया नहीं जा सकता है। परमात्मा न मन्दिर मे है न मस्जिद मे है विश्वास से देख लो हर इन्सान के दिल मे है। धर्म को धारण करो। धर्म पर चलो। आज धर्म को मानने वाले कम लोग है। इसलिए अधर्म समाज मे ज्यादा हो रहा है। अयोध्या राममन्दिर पर अब राजनीति न होकर इसका एक मुकम्मल हल निकलना चाहिए। जिसमें भारत देश के हर लोगो को पहल करने की जरूरत है।जब भगवान जर्रे जर्रे मे खुदा का नूर बनकर पूरी दुनिया को आलोकित कर रहा है तो विवाद किस बात का। मन्दिर भी  बनाओ मस्जिद भी  बनाओ, ऐसा प्रेम रस बरषाओ, दुनिया देखती रह जाय। राम प्रेम है। जीवन की श्वास है। प्रकृति मे जीवन की एक आस है।विश्वास है। दास जगदीश

No comments:

Post a Comment