Social Icons

Tuesday, 3 October 2017

किसानो की पीड़ा समझने वाला भी कोई है,कैसे कोई करेगा किसानी ,खेती कभी फायदा तो कभी घाटे का सौदा

जौनपुर। लोकदल के महाराष्ट्र प्रभारी घनश्याम दूबे ने सतगुरु दर्पण से विशेष बातचीत मे कहाँ कि देश के अन्दर किसानो की हालत निरन्तर खराब हो रही है। खेती-बाडी से लोगो को मोहभंग हो रहा है। पैदावार भगवान भरोसे है। खेत की बुबाई हो गयी। सिंचाई व्यवस्था पर आधारित है। फसल का होना न होना। खेती कभी फायदे तो कभी घाटे का सौदा है। सरकार की योजनाओ का लाभ हर किसानो को नहीं मिल पा रहा है। कुछ जागरूक किसान सरकार की योजनाओ का लाभ प्राप्त कर पा रहे है। जब किसान के बुबाई का समय आता है तो खाद -बीज का अभाव कृषि विभाग के पास रहता है। लोकदल नेता ने कहाँ कि जब देश की कृषि नीति मजबूत रहेगी तभी अन्न भगवान की कृपा से राष्ट्र के आमजमानस की आत्मा भोजन रुपी प्रसाद ग्रहण कर तृप्त होगी। पहले खेती के साथ बाडी लगायी जाती थी। बाग बगीचे होते थे।पशुपालन था।  जिसका किसानो को लाभ था। पशु पालन से दूध दही की आजादी थी।लोग दूध दही घी बेचते थे। आम पपीता अमरुद बेर के बगीचे होते थे। आज बागवानी देखने को कम मिल रही है। पहले लोगो के पास गाय भैस संख्या मे होती थी। आज लोग पशु पालन का काम कमजोर कर दिये है।हर किसानो का घुर गड्ढा होता था। जिसमे गाय -भैस के गोबर से कम्पोस्ट खाद तैयार होता था। आज रासायनिक खाद के उपयोग से पैदावार बढा है। वर्तमान समय मे पानी के अभाव मे धान की फसल  चौपट होने के कगार पर।उन्होनें कहाँ लोकदल किसानो की पार्टी है। स्व. चरण सिंह पूर्व प्रधानमंत्री लोकदल के संस्थापक रहे। जो हमेशा किसानो के हित का काम करते थे। कहाँ आज उन्ही के पदचिन्हो पर चलकर सुनील सिंह चौधरी  राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकदल, पार्टी को मजबूती प्रदान कर रहे है और  किसानो के लिए काम कर रहे है। जे डी सिंह

No comments:

Post a Comment