सतगुरुधाम।जौनपुर। काश मनापुर इटाएं स्थित यह पुल सजीव होता तो जरुर यहां आतंक मचाये गुन्डों के खिलाफ आवाज उठाता।पुलिस से शिकायत करता हैं। हम जिस पुल की बात कर रहें हैं।यह वहीं पुल हैं जिसपें गुन्डें देर रात तक बैठतें हैं।किसी को भी मारना पीटना होता हैं, यहीं पीटते हैं।कई बस कन्डक्टरों, वाहन चालकों को इसी स्थान पर पीट चूके हैं। हैं।बास का फल्टा इनका मुख्य औजार हैं। खास करके सम्मानित परिवार के युवाओं को निशाना बनाते हैं।ताकि इनका दबदवा कायम रहें।बस मे चढ़ने ,खड़े होनें मे धक्का मुक्की करतें हैं।अगर कोई कुछ बोला तो वापस इसी पुल पर उतारतें हैं और बेहरमी से बास के फल्टे से पीटते हैं।डर की वजह से कोई बीच बचाव के लिए नहीं आता हैं।तरती के कुछ लड़कों को बस से उतारकर पीट रहें थे।पत्रकार के बेटे ने मानवता का परिचय दिया और वीच वचाव किया।किसी बस वाले कन्डक्टर को पीट रहे थे ,तब बीच बचाव किया।यहीं कारण बना की गुन्डों ने आकाश पर जानलेवा हमला किया। कुछ महीनें पहले एक प्रधान और एक कोटेदार के बेटे को पीटे,एक अपाहिज को पीटे। जब गुन्डों पर बहस छिडीं और पत्रकार के बेटे पर हमला हुआ तो बातें खुलकर चाय पान की दुकानों, खेत,खलिहानों,चट्ठी चौराहों पर तैर रहीं हैं।गुन्डों की कहानी क्षेत्र के हर लोगों की जुबान पर हैं।पीड़ित तो इनसें बहुत हैं। लेकिन बिल्ली के गले मे घन्टी बाधें कौन।बेटे के पीटने की वजह से अब यह घन्टी सतगुरु दर्पण के सम्पादक जे डी सिंह के गले मे पड़ गयी हैं। अब सम्पादक जी घन्टी बजाते हरि गुन गाते गुन्डों के खिलाफ मुहिम छेड़ दिये हैं। गुन्डों की खास बात यह कि इटाएं बाजार मे कोई युवा अच्छा कपडा़ अच्छा चश्मा लगाकर ,अच्छी बाईक से चलता हैं तो इन्हें नागवार लगता हैं। फिर रार करना शुरु करते हैं। जब पीट लेते हैं ,तो शान्त हो जाते हैं।ये कई तथाकथित गुन्डे शरीफ तथाकथित गुन्डों द्वारा पोषित हैं। शरीफ सफेद पोश गुन्डें कहीं कुछ होता हैं तो इनके बचाव मे रहते हैं।थाने जाते हैं, पैरवी करते हैं, पुलिस को मैनेज करते हैं।यदि कायदे से पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच कराया गया तो बहुत से तथ्य चौकाने वाले सामने आयेगे। जांच मे वे अभिवावक भी आयेगे जो इनसे गुन्डागर्दी करवा रहे हैं क्यों छुट्टा छोडे हैं।थाने पर पैरवी करने वाले और संरक्षण देने वाले भी जांच के दायरें मे आयेगे। गत मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के.के चौधरी से सतगुरु दर्पण ने बातचीत की और गुन्डों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।महोदय ने आश्वासन दिया कि न्याय होगा। जांच होगी।गुन्डें चिन्हित किये जायेंगे।पुलिस भयमुक्त समाज की ओर अग्रसर हैं। इन गुन्डों की कोई जाति नहीं हैं। इनका मकसद हैं आतंक पैदा करना। बात चर्चा मे हैं इनका संगठित गिरोह हैं।अपराध को बढावा देने वाले हर गुन्डों से पुलिस सख्ती से निपटेगी तभी भयमुक्त समाज की कल्पना की जा सकती हैं। यह सम्पादक के बेटे पर हमला नहीं आम समाज को चुनौती हैं। न्याय के साथ खडा़ होना होगा। जुर्म के खिलाफ आवाज बुलंद करना होगा। जे डी सिंह सम्पादक सतगुरु दर्पण
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment